
सरकारी योजना फेल! ग्राम प्रधान व सेकेट्री के करतूत से पीड़ित रो रहे खून के आशू
अधिकारी देते हैं धमकी, ऊपर से आने दो कुछ भी हम देख लेंगे
चुनार,
नगर में स्थित नरायनपुर ब्लाक मुख्यालय से पूरब दिशा में स्थित कुछ गांवों के पिड़ित लोग को परिवार रजिस्टर, मृत्यु प्रमाण,राशन कार्ड जैसे छोटे छोटे कामों के लिए पीड़ित का चप्पल से एड़ी घिस जाने के बाद भी सफलता समय पर नहीं मील पाती है इसके बावजूद अगर आवास, विकलांग पेंशन, वृद्धा पेंशन,विधवा पेंशन,शौचालय,पिड़ित को चाहिए तो पिड़ित तीन हजार से तीस हजार व पहली किस्त पुरी गांव के प्रधान को देंगे तब तो आप पात्र हैं,यदि नहीं देंगे तो फिर ब्लाक से तहसील व जनपद तक चक्कर काटते रहो इसके बावजूद तुम पात्र नहीं हो सकते हमारे कार्य काल में गांव के प्रधान के मनमानी से करीब पिंड़ित मजदूर वर्ग के हो या किसान हो प्रधान के मकडजाल मनमानी से पिड़ित आज भी खुन के आशु रोने को विवश हैं। अपने को जिलाधिकारी बन बैठे वाले ग्राम पंचायतों जैसे ग्राम पंचायत जलालपुर मैदान, ग्राम पंचायत भरेहठा, ग्राम पंचायत कैलहट,ग्राम पंचायत नकहरा, ग्राम पंचायत सझौली का मामला विषेश माना जा रहा है तहसील क्षेत्र चट्टी बाजार में स्थित चाय पान के दुकान चर्चा जोरो पर है।