

स्वस्थ एवं दीर्घ जीवन का आधार है आयुर्वेद: डॉ० प्रियंका स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विश्राम सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चुनार, मीरजापुर में आयुष मंत्रालय, भारत मंत्रालय के निर्देशों के अनुपालन में 10 वें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना, महिला प्रकोष्ठ एवं जीवितम आयुर्वेद संस्थान रैपुरिया, चुनार मीरजापुर के संयुक्त तत्वावधान में एक संगोष्ठी एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ०) माधवी शुक्ला एवं जीवितम आयुर्वेद संस्थान, रैपुरिया, चुनार की सह- संस्थापक डॉ प्रियंका सिंह ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया। उक्त कार्यक्रम आयुष मंत्रालय के निर्देश के क्रम में 10 वें आयुर्वेद* दिवस के थीम ‘आयुर्वेद फॉर पीपल एंड प्लेनेट’ के अंतर्गत उप- विषय ‘ लिटिल स्टेप्स टू वेलनेस आयुर्वेद अवेयरनेस फॉर स्टूडेंट्स’ विषय पर आयोजित किया गया। डॉ० प्रियंका सिंह ने छात्र- छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आयुर्वेद स्वस्थ एवं दीर्घ जीवन का आधार है। वर्तमान में अनियमित जीवन शैली एवं स्ट्रीट फूड सम्बन्धी खान-पान के कारण विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं बढ़ रही हैं, जिसे आयुर्वेदिक औषधियों एवं स्वस्थ जीवनशैली से रोका जा सकता है।साथ ही छात्राओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ०) माधवी शुक्ला ने कहा कि प्रकृति ने हमें कई स्थानीय औषधियाँ प्रदान की है जिसे पहचानने एवं उपयोग में लाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर औषधीय पौधों की प्रदर्शनी आयोजित की गई, जिसमें कुमारी, शतावरी, पुनर्नवा, सहजन, गिलोय, हरजोर, अतिबला इत्यादि के महत्व पर विस्तार से छात्र- छात्राओं को जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम का संचालन एवं विषय प्रवर्तन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ० दीपक कुमार सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन संयोजक डॉ० रीता मिश्रा ने किया। इसी क्रम में महाविद्यालय के विज्ञान संकाय के स्नातकोत्तर वर्ग के विद्यार्थियों के लिए एक अभिविन्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ०) माधवी शुक्ला ने करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को मन लगाकर पढ़ाई करने एवं नियमित रूप से महाविद्यालय आने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ० अवधेश सिंह यादव एवं सह-संयोजक डॉ० शिखा तिवारी थीं। संचालन डॉ० शिखा तिवारी एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ० संकठा प्रसाद सोनकर ने किया। इस अवसर पर डॉ० चन्दन साहू, डॉ० मनोज प्रजापति, डॉ० रजनीश, डॉ० भास्कर प्रसाद द्विवेदी, डॉ० दीप नारायण, डॉ० अरुणेश, डॉ० अरुणेश कुमार, डॉ० नलिनी सिंह, डॉ० गुरु प्रसाद, डॉ० शैलेन्द्र कुमार, डॉ० मंजुला शुक्ला, डॉ० विद्या सिंह, डॉ० शिव कुमार, डॉ० चन्दन द्विवेदी, डॉ० रमेश चन्द्र, श्री धर्मेन्द्र सिंह, श्री रामकेश सोनकर, श्री कमलेश शुक्ला, डॉ० रामानन्द पुजारी, श्री धर्मचंद्र, श्री जय प्रकाश, श्री पारस सिंह, श्री कुर्बान, श्री संतोष के साथ ही अच्छी संख्या में छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे।