

राजकीय महाविद्यालय चुनार में मानसिक स्वास्थ्य एवं आत्महत्या रोकथाम पर संगोष्ठी आयोजित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विश्राम सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चुनार मीरजापुर के प्रांगण में आज दिनाँक 11 सितम्बर 2025 को उच्च शिक्षण संस्थानों में मानसिक स्वास्थ्य, छात्र आत्महत्या एवं रोकथाम विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ०) माधवी शुक्ला ने मां सरस्वती के प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अध्यक्षीय उदबोधन देते हुए उन्होंने कहा कि छात्र मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष रूप से ध्यान दें, पौष्टिक आहार ग्रहण करें, धैर्य एवं विवेक के साथ किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कर्म करते रहें और असफल होने पर धैर्य न खोएं। मुख्य वक्ता डॉ० रजनीश, असिस्टेंट प्रोफेसर समाजशास्त्र ने कहा कि आत्महत्या एक सामाजिक अपराध है। विद्यार्थियों से परिवार एवं समाज की बहुत अपेक्षाएं होती हैं जिससे कई बार वे अवसादग्रस्त हो जाते हैं। इस स्थिति में शिक्षण संस्थानों की जिम्मेदारी बनती है कि विद्यार्थियों से पारस्परिक संवाद स्थापित कर उनका उचित दिशा में मार्गदर्शन करते रहें। दूसरे वक्ता डॉ० (मो०) वकार रजा, असिस्टेंट प्रोफेसर बी.एड. विभाग ने कहा कि जीवन अनमोल है। हमें विपरीत परिस्थितियों में धैर्य से काम लेना चाहिए एवं भावावेश में कोई निर्णय लेने से बचना चाहिए। विषय प्रवर्तन डॉ० दीपक कुमार सिंह, संचालन संयोजक डॉ० नलिनी सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन संयोजक डॉ० अवधेश सिंह यादव ने किया। इस अवसर पर डॉ चन्दन साहू, डॉ कुसुम लता, डॉ भास्कर द्विवेदी, डॉ दीप नारायण, डॉ अरूणेश, डॉ सत्येन्द्र कुमार, डॉ अरविन्द कुमार, डॉ रमेश चन्द्र, डॉ गुरु प्रसाद, डॉ शैलेन्द्र, डॉ शिखा तिवारी, डॉ अदिति, डॉ चन्दन द्विवेदी, डॉ रीता मिश्रा, डॉ शिव कुमार, डॉ विद्या सिंह, डॉ अमित यादव, श्री धर्म चंद्र, श्री कमलेश शुक्ला, श्री रामकेश सोनकर, श्री धर्मेन्द्र सिंह, प्रमिला, श्री संतोष कुमार, श्री कुर्बान के साथ ही अच्छी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।