
महाविद्यालय में परास्नातक एवं शोधार्थियों हेतु सात दिवसीय शोध प्रविधि कार्यशाला का शुभारंभ* स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विश्राम सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चुनार मीरजापुर में आज दिनांक 21/05/2025, आईक्यूएसी, कला, मानविकी एवं वाकोवाक्यम शोध संस्थान वाराणसी के संयुक्त तत्वावधान में शोध प्रविधि विषयक सात दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर माधवी शुक्ला एवं विशेषज्ञ द्वय प्रो अनुराग कुमार, डॉ अमिता सिंह द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।
कार्यक्रम का विषय प्रवर्तन एवं स्वागत भाषण कार्यक्रम की समन्वयक द्वय डॉ शेफालिका राय एवं डॉ कुसुमलता द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोo माधवी शुक्ला ने शोध कार्यशाला में उपस्थित समस्त अतिथियों एवम् विशेषज्ञों का स्वागत एवं शोध- कार्यशाला का एन.ई.पी.- 2020 में उपयोगिता एवं महत्व की सकारात्मक परिणाम की अपेक्षा की l
व्याख्यान के प्रथम सत्र के दौरान हिंदी विभाग के कार्यशाला में मुख्य वक्ता प्रो. अनुराग कुमार ने “साहित्य में शोध प्रस्ताव की प्रक्रिया एवं रूपरेखा” विषयक व्याख्यान दिया l उन्होंने बताया कि साहित्य की प्रविधि पाठंकन की है, जो अब सम–सामयिक भी है, इसके लिए संज्ञानात्मक चेतना की आवश्यकता है l साथ ही भारतीय ज्ञान परंपरा को समसामयिक बनाना आवश्यक है l साथ ही उन्होंने पुस्तकों के पढ़ने पर जोर दिया l व्याख्यान के द्वितीय सत्र, संस्कृत विभाग कार्यशाला में मुख्य वक्ता डॉ. अमिता सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर संस्कृत विभाग, सावित्री बाई फुले राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चकिया, चंदौली, ने “संस्कृत में शोध प्रविधि” पर बोलते हुए शोध लेखन एवं संरचनात्मक स्वरूप को विश्लेषित किया। उद्घाटन सत्र व द्वितीय व्याख्यान सत्र का संचालन डॉ. भास्कर प्रसाद द्विवेदी, सदस्य आयोजन समिति व संयोजक द्वितीय सत्र ने किया l प्रथम सत्र का संचालन डॉ. कुसुम लता समन्वयक व संयोजक प्रथम सत्र ने किया l उद्घाटन सत्र का धन्यवाद डॉ. राजेश कुमार, सदस्य आयोजन समिति, प्रथम सत्र का धन्यवाद डॉ. नलिनी सिंह, संयोजक प्रथम व्याख्यान सत्र व द्वितीय सत्र का धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राजेंद्र कुमार सदस्य आयोजन समिति ने किया l इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. राम निहोर शर्मा, IQAC प्रभारी डॉ. चंदन साहू व आयोजन समिति के सदस्य डॉ. रजनीश, डॉ. अरुणेश कुमार, डॉ. मंजुला शुक्ला के सक्रिय सहयोग के साथ, डॉ सूबेदार यादव, डॉ संकठा प्रसाद सोनकर, मुख्य शास्ता राजेश कुमार दूबे, डॉ अवधेश सिंह यादव, डॉ दीप नारायण, श्री अरविंद कुमार, डॉ चंदन द्विवेदी, डॉ रीता मिश्रा, डॉ सत्येंद्र कुमार, डॉ शिखा तिवारी, डॉ गुरु प्रसाद सिंह, डॉ विद्या सिंह, श्री दीपक कुमार सिंह, डॉ शिव कुमार, डॉ शैलेंद्र कुमार, श्री धर्मेंद्र सिंह, श्री कमलेश शुक्ला, श्री रामकेश सोनकर, श्री धर्मचंद्र, श्री रितेश केसरी, श्री जयप्रकाश, श्री कुर्बान अली सहित 104 विद्यार्थी एवं शोधार्थी उपस्थित रहें।