

समावेशी विकास राष्ट्रवाद का मूल तत्व – डॉ रेशम लाल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विश्राम सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चुनार, मीरजापुर में आज दिनांक 28 अप्रैल 2025 को भारत रत्न बाबा साहब डॉ० भीमराव अम्बेडकर जी की जयंती पखवाड़ा कार्यक्रम के समापन के अवसर पर ‘डॉ० भीमराव अम्बेडकर की राष्ट्रवाद की अवधारणा : स्वतंत्रता, समानता एवं सामाजिक न्याय के विशेष सन्दर्भ में’ विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डॉ रेशम लाल, महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी एवं महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ०) माधवी शुक्ला ने माँ सरस्वती की प्रतिमा एवं भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीम राव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया। मुख्य अतिथि डॉ० रेशम लाल ने कहा कि भारतीय का संविधान देश में समावेशी विकास की अवधारणा को व्यक्त करता है जो राष्ट्रवाद का मूल आधार है। अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में प्राचार्य प्रोफेसर माधवी शुक्ला ने कहा कि हम सभी को बाबा साहब के बताए रास्ते पर चलकर राष्ट्रवाद को सुदृढ़ करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन संयोजक डॉ राजेश कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ दीप नारायण ने किया । दिनाँक 14 अप्रैल 2025 से प्रारम्भ हुए बाबा साहब के जयन्ती पखवाडा के अन्तर्गत जन- जागरूकता रैली, विविध प्रतियोगिताएं एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डॉ चन्दन साहू, डॉ कुसुम लता, डॉ सूबेदार यादव, डॉ राजेश कुमार दूबे, डॉ देव कुमार, डॉ रजनीश, डॉ भास्कर द्विवेदी, डॉ संकठा सोनकर, डॉ मनोज प्रजापति, डॉ अरविन्द कुमार , डॉ अरुणेश कुमार, डॉ दीपक कुमार सिंह, डॉ अवधेश सिंह यादव, डॉ नलिनी सिंह, डॉ रीता मिश्रा, डॉ शिखा तिवारी, डॉ चन्दन द्विवेदी, डॉ शैलेन्द्र कुमार, डॉ शिव कुमार, श्री धर्मेन्द्र सिंह एवं समस्त प्राध्यापक कर्मचारी गण तथा भारी संख्या में छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे।