
भागम भाग और अति व्यस्तता की वजह से तकरीबन छ: महीने की आज- कल का सिलसिला आज की वाराणसी यात्रा मे थमा। आज साहित्य मनीषा छाया शुक्ला जी से उनके कुसुम अपार्टमेंट शिवपुर वाराणसी स्थित फ्लैट पर मुलाकात हुई। उन्होंने अपनी काव्य वाटिका के तीन खुबसूरत काव्य पुष्प सस्नेह भेंट किए –
01-श्याम शेषरम् (दोहा संग्रह)
02-सफर छाया का (गजल संग्रह)
03-छाया का उजास (अतुकांत काव्य संग्रह)
छाया जी ने मुझे अपनी दो बेहतरीन गजल भी सुनाई।
( छाया शुक्ला जी को आप भी सुनें)
इसके पहले दैनिक जागरण के अवकाश प्राप्त संपादक बड़े भाई हिमांशु उपाध्याय जी के पत्रकार पुरम वाराणसी स्थित आवास पर उनकी आने वाली कृति लौटती हुई धूप पर चर्चा हुई,उनका स्नेहिल सानिध्य प्राप्त हुआ।
आज का दिन साहित्य चर्चा में बीता।