

राजकीय महाविद्यालय चुनार में विविध कार्यक्रमों का आयोजन
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विश्राम सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चुनार मीरजापुर में दिनांक 13 नवम्बर 2025 को रोवर्स रेंजर्स के पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के चौथे दिन टेंट एवं फूड प्लाजा का आयोजन किया गया। साथ ही निबंध प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता एवं टेंट, गेट गैजेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। क्विज प्रतियोगिता में डॉ शिव कुमार, डॉ दीप नारायण, निबंध प्रतियोगिता में डॉ रीता मिश्रा एवं डॉ नलिनी सिंह तथा टेंट गेट गैजेट प्रतियोगिता में डॉ कुसुम लता, डॉ शेफालिका राय एवं डॉ विद्या सिंह ने निर्णायक मंडल के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर रोवर प्रभारी डॉo रजनीश, रेंजर प्रभारी डॉo शिखा तिवारी, शोध छात्र श्री कृष्णानंद, शिविर प्रशिक्षक श्री मुकेश कुमार सिंह (जिला संगठन कमिश्नर स्काउट मिर्जापुर), श्री प्रदीप कुमार मौर्य (ट्रेनिंग काउंसलर, चुनार),श्रीमती संगीता विश्वकर्मा (जिला संगठन कमिश्नर गाइड मिर्जापुर) के साथ ही अधिक संख्या में रोवर रेंजर ने शिविर में प्रतिभाग किया। इसी क्रम में आईसीटी एवं सॉफ्ट स्किल्स विषयक कार्यशाला के चौथे दिन महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. चन्दन कुमार द्विवेदी ने एथिक्स तथा रिस्पांसिबल डिजिटल सिटीजनशिप विषय पर पीपीटी के माध्यम से विस्तार पूर्वक व्याख्यान दिया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को बताया कि डिजिटल दुनिया में ऑनलाइन सम्मान, सुरक्षा और गोपनीयता का ध्यान रखना आवश्यक है। कार्यशाला का संचालन डॉ मंजुला शुक्ला तथा धन्यवाद ज्ञापन डाॅ अमित कुमार यादव ने किया। साथ ही अंग्रेजी विभाग, राजकीय महाविद्यालय, चुनार एवं अंग्रेजी विभाग शहीद स्मारक स्नातकोत्तर महाविद्यालय, यूसुफपुर, गाजीपुर, आईक्यूएसी एवं वर्ड विवर क्लब के संयुक्त तत्वावधान में ‘द मैकेनिज्म ऑफ प्रोनिंशिएशन एंड फोनेटिक्स’ विषय पर ऑनलाइन प्रसार व्याख्यान का आयोजन किया गया।मुख्य व्यक्ता डॉ सत्यनारायण तिवारी, असिस्टेंट प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, शहीद स्मारक राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय , यूसुफपुर, गाजीपुर ने अपने ओजपूर्ण एवं संवादयुक्त व्याख्यान में छात्र छात्राओं को बताया कि ध्वनिविज्ञान, वाक् ध्वनियों और उनके शारीरिक उत्पादन एवं ध्वनिक गुणों का अध्ययन है। ध्वनिविज्ञान का एक मुख्य उद्देश्य उन श्रेणियों का निर्धारण करना है जिनका उपयोग भाषाओं के व्याख्यात्मक विवरण में किया जा सकता है। महाविद्यालय की विदुषी प्राचार्या, प्रो० (डॉ०) माधवी शुक्ला ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में बताया कि फोनेटिक्स (ध्वनिविज्ञान) का महत्व मानव भाषा की ध्वनियों को समझने, सही उच्चारण सीखने, भाषा सिखाने, और भाषाओं के दस्तावेजीकरण करने में होता है। उन्होंने भाषा की विविधताओं को जानने के लिए छात्र-छात्राओं को प्रेरित एवं प्रोत्साहित किया । कार्यक्रम का संचालन व्याख्यान की संयोजिका डॉ रीता मिश्रा एवं धन्यवाद ज्ञापन सह-संयोजक डॉ चन्दन कुमार द्विवेदी ने किया। कार्यक्रम में डॉ चन्दन साहू, डॉ भास्कर प्रसाद द्विवेदी, डॉ संकठा प्रसाद सोनकर, डॉ सत्येन्द्र कुमार, डॉ अरुणेश कुमार, डॉ नलिनी सिंह, डॉ रमेश चन्द्र, श्री धर्मचन्द्र, डॉ रामानन्द पुजारी, श्री धर्मेन्द्र कुमार सिंह, श्री कमलेश शुक्ला, श्री रामकेश सोनकर, श्री जय प्रकाश समस्त प्राध्यापक, कर्मचारीगण एवं अधिक संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।