बौद्ध महासभा सुष्मारगिरि चुनार मिर्जापुर द्वारा प्रियदर्शी सम्राट अशोक महान की जयंती एवं विराट कवि सम्मेलन का आयोजन विमल लान सरैया सिकंदरपुर में हुआ।

संवाददाता सुनील कुमार कुशवाहा की रिपोर्ट

बौद्ध महासभा सुष्मारगिरि चुनार मिर्जापुर द्वारा प्रियदर्शी #सम्राट #अशोक महान की जयंती एवं विराट #कवि #सम्मेलन का आयोजन विमल लान सरैया सिकंदरपुर में हुआ।

बौद्ध महासभा सुष्मारगिरि चुनार मिर्जापुर द्वारा प्रियदर्शी #सम्राट #अशोक महान की जयंती एवं विराट #कवि #सम्मेलन का आयोजन विमल लान सरैया सिकंदरपुर में हुआ। कार्यक्रम का प्रारम्भ पूज्य भंते बुद्ध ज्योति द्वारा दीप जलाकर बुद्ध वंदना त्रिषरण पंचशील से हुआ। पूज्य भंते ने धम्म देशना में बुद्ध धम्म के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। बौद्ध महासभा द्वारा मुख्य अतिथि प्रोफेसर महेश प्रसाद अहिरवार (प्राचीन इतिहास व पुरातत्व विभाग काशी हिंदू विश्वविद्यालय), विशिष्ट अतिथि डॉक्टर सत्येंद्र कुमार सिंह (अंशिका नेत्रालय), डॉ राहुल सिंह कुशवाहा (दंत चिकित्सक) को शाल एवं तथागत की मूर्ति देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर तीन धम्म प्रचारक उपासक सुशीला वर्मा, राजकुमार सिंह एडवोकेट तथा भग्गन राम भारतीय को अंगवस्त्र तथा बुद्ध की मूर्ति देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि प्रोफेसर अहिरवार ने अपने संबोधन में सुष्मारगिरि पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसके बाद दूर दराज से आये हुए कवियों एवं अपार श्रोताओं की बीच कवि सम्मेलन प्रारम्भ हुआ। सुष्मारगिरी साहित्यिक मंच की तरफ से साहित्यिक डॉ छोटेलाल सिंह मनमीत (वाराणसी) को माता सावित्रीबाई फुले साहित्य सम्मान एवं युवा कवि दिलीप सिंह दीपक को कुशवाहा युवा साहित्य सम्मान दिया गया। कवि सम्मेलन का प्रारम्भ नाथ सोनांचली के बुद्ध वंदना से प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता जय प्रकाश जय जी और संचालन राजेश विश्वकर्मा उर्फ राजू जी ने किया । कवियों में मुख्य रूप से म्योरपुर सोनभद्र से युवा कवि एवं संचालक श्री यथार्थ विष्णु जी, सहजनी खुर्द मिर्जापुर से ओज एवं हास्य के युवा हस्ताक्षर प्रमोद कुमार निर्मल, मधुपुर से शायर श्री Radheshyam Pal जी, श्री Gopal Kushawaha जी, चकिया चन्द्रप्रभा साहित्यिक मंच के सचिव आद Haribansh Singh जी, बन्धुपाल जी, अहरौरा से आई कवियत्री Sushila Verma जी, रामगढ़ से आये युवा गीतकार Er Rahul Singh Kushwaha ‘प्रवाह’ जी, राजाराम राजन, माखन लाल झटपट, बी प्रसाद, शीतल गौरव रहे। पहले चक्र का संचालन रंगबहादुर सिंह ने किया आभार विमल दत्त ने प्रकट किया। कार्यक्रम, जय प्रकाश जय, बल्लुराम मौर्य, अशोक सिंह एडवोकेट जी, Rang Bahadur Singh Kushwaha जी, राजकुमार मौर्य, रमेश मौर्य, कृष्णा प्रसाद, अजय कुमार मौर्य ‘विमल’ जी, धर्मेंद्र कुमार, विजय कुमार, दीपू कुमार तथा अन्य पदाधिकारियो के अथक प्रयास से सफल हुआ। सभी कवियों तथा सामाजिक कार्य करने वालों को गमछा तथा सम्राट अशोक की प्रतिमा देकर सम्मानित किया गया।अंत में भोजन दान किया गया

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