

शोध हेतु मौलिक अध्ययन आवश्यक- डॉ सुजीत सिंह* स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विश्राम सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चुनार मीरजापुर में आज दिनांक 22 मई 2025 को आईक्यूएसी, कला, मानविकी एवं वाकोवाक्यम शोध संस्थान वाराणसी के संयुक्त तत्वावधान में शोध प्रविधि विषयक सात दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर माधवी शुक्ला एवं मुख्य वक्ता डॉ सुजीत कुमार सिंह, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय महाविद्यालय , भदोही द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। आज की कार्यशाला समाजशास्त्र विभाग द्वारा ‘शोध परियोजना की रूपरेखा’ विषय पर आयोजित की गई। मुख्य वक्ता डॉ सुजीत कुमार सिंह , डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय महाविद्यालय, भदोही ने कहा कि शोध में मौलिक अध्ययन हेतु गणनात्मक अध्ययन के साथ गुणात्मक अध्ययन आवश्यक है। साथ ही स्थानीय समस्याओं के अध्ययन हेतु विद्यार्थियों को प्रेरित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोo ( डॉ०) माधवी शुक्ला ने कार्यशाला को महत्वपूर्ण बताते हुए इसे विद्यार्थियों के लिए अत्यन्त उपयोगी बताया। कार्यक्रम का संचालन संयोजक डॉ रजनीश एवं धन्यवाद ज्ञापन संयोजक डॉ दीप नारायण ने किया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. राम निहोर शर्मा, IQAC प्रभारी डॉ. चंदन साहू, कार्यशाला समन्वयक डॉ कुसुम लता एवं डॉ शेफालिका राय, डॉ राजेश कुमार, डॉ भास्कर द्विवेदी, डॉ संकठा प्रसाद सोनकर, डॉ अरविन्द कुमार, डॉ राजेन्द्र कुमार, डॉ. अरुणेश कुमार, डॉ नलिनी सिंह, डॉ दीपक कुमार सिंह, डॉ शैलेन्द्र कुमार, डॉ शिव कुमार, डॉ चंदन द्विवेदी, डॉ रीता मिश्रा, डॉ शिखा तिवारी, श्री धर्मेंद्र सिंह, श्री रामकेश सोनकर, श्री धर्मचंद्र, श्री रितेश केसरी, श्री जयप्रकाश, श्री कुर्बान अली सहित अच्छी संख्या में विद्यार्थी एवं शोधार्थी उपस्थित रहे।