घर सिर्फ ईंट-पत्थरों से बनी कोई इमारत नहीं होता।घर वो सुकून है, जो एक परिवार के आत्मविश्वास की नींव बनता है।
घर होने से मन में एक भरोसा जागता है कि कल की सुबह बेहतर होगी,
घर होने से ही ज़िंदगी को पंख मिलते हैं, और सपनों को उड़ान।
उदयपुरा में अत्यंत गरीब और वंचित मुसहर समुदाय के 137 परिवारों को सरकारी भूमि से अवैध कब्ज़ा हटाकर, आवासीय ज़मीन का पट्टा प्रदान किया गया है, ताकि वे अपना घर बना सकें।
यहाँ सड़कों, नालियों, स्ट्रीट लाइट और सामुदायिक शौचालय के साथ एक नई कॉलोनी विकसित की जा रही है, जो सम्मान, सुरक्षा और बेहतर भविष्य सुनिश्चित करेगी।
ये महिलाएं, जो पहले ज़मीन के अभाव में प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे लाभों से वंचित थीं, अब अपने घर का सपना साकार कर रही हैं।
सम्मानित विधायक श्री सुरेन्द्र चौरसिया जी का आभार, जिनकी उपस्थिति ने इस पहल को बल दिया। साथ ही SDM श्रुति शर्मा, पूर्व SDM विपिन द्विवेदी, तहसीलदार केके मिश्रा एवं पूरी राजस्व टीम को हार्दिक धन्यवाद।
असली बदलाव ऐसे ही शुरू होता है- पूर्व जिलाधिकारी महोदया, मिर्जापुर श्रीमति दिव्या मित्तल जी का नेक और सहरानीय कदम ।