

राजकीय महाविद्यालय चुनार मिर्जापुर में सात दिवसीय कजरी कार्यशाला के अंतर्गत आज दिनांक 01 अगस्त 2025 को कजरी कार्यशाला के दूसरे दिन मुख्य वक्ता श्री राघवेंद्र शर्मा, संगीत एवं मंच कला संकाय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित रहें। कार्यक्रम में प्राचार्या प्रो माधवी शुक्ला ने छात्र छात्राओं को कजरी के परंपरागत तरीकों के विषय में बताते हुए कहा कि यह लोक परम्पराओं पर आधारित प्राचीन विधा है। कार्यशाला में छात्र छात्राओं को मिर्जापुर की कजरी”हमके सावन में झूलनी गढ़ाई द पिया” एवं राग पीलू पर आधारित बनारसी कजरी “कहनवा मानो राधा रानी” कजरी सिखाई गई। तत्पश्चात भातखंडे उमंग कल्चरल क्लब की प्रभारी डॉ० कुसुम लता ने भारतीय संस्कृति में सावन महीने के महत्व के विषय में बताया । डॉक्टर अरुणेश कुमार सदस्य डॉ रीता मिश्रा, डॉ चंदन कुमार द्विवेदी ने अपने उद्बोधन द्वारा छात्र छात्राओं को उत्साहित किया।कार्यक्रम का संचालन डॉ.शेफालिका राय एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ शिखा तिवारी ने किया l उक्त कार्यक्रम में डॉ. नलिनी सिंह, डॉ० भास्कर प्रसाद, डॉ रजनीश, डॉ अवधेश कुमार, अदिति सिंह,डॉ दीप नारायण, डॉ विद्या सिंह,डॉ मंजुला शुक्ला, कुर्बान अली एवं अन्य समस्त प्राध्यापकों के साथ 35 छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।